Monday, 21 September 2020

Hindi summary of Here is Thy Footstool

 Here is thy footstool

And there rest thy feet

Where live the poorest,

And lowliest, and lost.

        When I try to bow to

        Thee, my obeisance

        Cannot reach down to the

        Depth where thy feet rest

        Among the poorest,

        And lowliest, and lost.

Pride can never

Approach to where

Thou walkest in the

Clothes of the humble.

Among the poorest,

And lowliest, and lost.

        My heart can never

        Find its way to where

        Thou keepest company

        With the companionless

        Among the poorest,

        And lowliest, and lost.

                                         -  Rabindranath Tagore

Hindi summary

कविता में टैगोर बात करते हैं कि कहां और कैसे वह भगवान को ढूंढ सकते हैं। वह कहते हैं कि भगवान उन लोगों के साथ रहते हैं जो यह सोचते हैं कि वह गरीब है, नीचे तबके के हैं और समाज में कहीं खो गए हैं। कवि कहते हैं कि अगर वह भगवान को ढूंढना चाहते हैं तो उसको ऐसे लोगों के पास जाना पड़ेगा पर उसका घमंड उसके रास्ते पर आ खड़ा होता है और इस कारण वे भगवान के पास जाने में असमर्थ हो जाता है। असलियत में यह बात यह है कि भगवान ऐसी अप्रिय जगह पाया जाता है और संपन्न लोग भगवान को ढूंढने का दर्द नहीं लेना चाहते हैं। वह अपने को गरीबों से ऊंचा मानते हैं और इसलिए वह भगवान को कभी नहीं ढूंढ पाते हैं क्योंकि उनके अंदर नम्रता की कमी है। वह कहते हैं भगवान उन लोगों के साथ है जो अकेले हैं और समाज में कहीं खो गए हैं और हम भगवान को कहीं और देखते रहते हैं।

Thursday, 17 September 2020

I do not mind you, winter wind

 Winter is the coldest season of the year. It occurs after autumn and before spring each year. In the poem child is talking about it.

जाडॊ का मौसम साल का सबसे ठंडा मौसम होता है यह पतझड़ के मौसम के बाद और वसंत ऋतु के पहले हर साल आता है इस कविता में बच्चा इस सर्दी के मौसम से बात करता है।


I do not mind you, winter wind,

You come flying by,

To tickle me with snowflakes

Falling softly from the sky.

जाडॊ की सर्दी, मुझे आपसे कोई आपत्ति नहीं है। आप उड़ कर आते हैं। मुझे गिरती हुई बर्फ से गुदगुदाने के लिए आप आसमान से धीरे-धीरे गिरते हैं।

But when you trip me over

And I land on my behind,

Then I must tell you, winter wind,

I mind! I really mind!

पर जब आप मुझे गिराते हो और मैं अपने पीछे की तरफ गिरता हूं तो मुझे आपको बताना चाहिए, जाडॊ की सर्दी, कि मुझे आपत्ति है, मुझे वास्तव में आपत्ति होती है।

Farewell to a Ghazal Maestro: Remembering Pankaj Udhas

  The world of music mourns the loss of a true legend as renowned Indian ghazal singer Pankaj Udhas passed away at the age of 72 after a pro...